2018, Vol. 3 Issue 2, Part A
जà¥â€à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤° में वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ योग विचार
Author(s): डॉ0 ननà¥à¤¦à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° तिवारी
Abstract: जà¥â€à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤° अनादिकाल से समसà¥â€à¤¤ चराचर पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ को कालानà¥à¤°à¥‹à¤§à¥‡à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करता रहा है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वैदिक सनातन परमà¥â€à¤ªà¤°à¤¾ में वरà¥à¤£à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® के अनà¥â€à¤¤à¤°à¥à¤—त गृहसà¥â€à¤¥à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® को पà¥à¤°à¤®à¥à¤– माना गया हैठजिसमें मनà¥à¤·à¥â€à¤¯ विवाहोपरानà¥â€à¤¤ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करता है। ततà¥â€à¤ªà¤¶à¥â€à¤šà¤¾à¤¤à¥ ही सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ (अपतà¥â€à¤¯) सà¥à¤– का विषय आरमà¥â€à¤ हो जाता है। पूरà¥à¤µ में तो कतिपय आचारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विवाह का मà¥à¤–à¥â€à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥â€à¤¯ षà¥à¤¸à¤¨à¥â€à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤¤à¥â€à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤·à¥ ही बताया जाता रहा है। दामà¥â€à¤ªà¤¤à¥â€à¤¯ जीवन का à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¥â€à¤¨ अंग है - सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨à¥¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में à¤à¤¸à¤¾ वरà¥à¤£à¤¨ है कि पà¥à¤‚ नामक नरक से उदà¥à¤§à¤¾à¤° हेतॠमनà¥à¤·à¥â€à¤¯ को पà¥à¤¤à¥à¤° की आवशà¥â€à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। विदित हो कि सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ का तातà¥â€à¤ªà¤°à¥à¤¯ केवल पà¥à¤¤à¥à¤° से नहींठअपितॠपà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से à¤à¥€ है। जà¥â€à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤° के विविध गà¥à¤°à¤¨à¥â€à¤¥à¥‹à¤‚ में षà¥à¤¸à¤¨à¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ विचारषॠका उलà¥â€à¤²à¥‡à¤– मिलता है। समà¥â€à¤ªà¥à¤°à¤¤à¤¿ समाज का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– विषय है - सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨à¥¤ आज इसकी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠआधà¥à¤¨à¤¿à¤• विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ नवीन.नवीन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ विधि (सरोगेसी आदि) दिखलाई पड़ रहे हैं। पà¥à¤°à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤¤ शोध आलेख में जà¥â€à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤° के अनà¥â€à¤¤à¤°à¥à¤—त षà¥à¤¸à¤¨à¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ का विचारषॠकहाठसे किया जाता है ? किन.किन परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में षà¥à¤¸à¤¨à¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ योगषॠहोता है अथवा नहीं ? सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ विचार के लिठकौन.कौन से घटक पà¥à¤°à¤®à¥à¤– है ? पà¥à¤¤à¥à¤° होगा अथवा पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ? सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ योग के परिहार पकà¥à¤· आदि समसà¥â€à¤¤ विषयों का मैं उलà¥â€à¤²à¥‡à¤– करने जा रहा हूठ।
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डॉ0 ननà¥à¤¦à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° तिवारी. जà¥â€à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥â€à¤¤à¥à¤° में वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ सनà¥â€à¤¤à¤¾à¤¨ योग विचार. Int J Jyotish Res 2018;3(2):28-31.